रायगढ़ : सामाजिक सुधारों की दशा में अघरिया समाज की ओर से समाज में व्याप्त कई कुरीतियों के खात्मे या सुधार के लिए कुछ अहम कानून बनाए गए हैं, जिसमें मृतक भोज में चावल, दाल, सब्जी के अलावा दो बड़ा और दो जलेबी का कानून सर्वसम्मति से पास हुआ है। इसका आशय है कि दो से तीन बड़ा नहीं परोसा जाएगा और दो से तीन जलेबी नहीं परोसी जाएगी। इसके आलावा इन व्यंजनों के अलावा अन्य कोई और व्यंजन नहीं परोसा जाएगा। यदि कोई ऐसा करता है तो उस पर 11 हजार से 25 हजार तक का जुर्माना स्थानीय सामाजिक कमेटी की ओर से ठोका जाएगा।
क्या है नये नियम?
- मृतक भोज एवं दशकर्म में सीमित भोज के लिए प्रोत्साहित की जाएगी
- पकवान में सिर्फ दो बड़ा दो जलेबी के अलावा और मीठा परोसना वर्जित
- उल्लंघन पर अर्थदण्ड का नियम बनाया गया
- भोजन उपरांत पत्तल उठाने की परंपरा को प्रोत्साहन एवं स्वयं का झूठन पत्तल उठाना अनिवार्य
- जूता चोरी प्रथा अनिवार्य रूप से बन्द करने पर सहमति
- लग्नपूजा एवं अंगूठी रश्म को एक ही दिन करने पर सहमति
- महिलाओं को सम्मान करने के उद्देश्य से नदी या तालाब से पानी नहावन में गीला कपड़ा पहन के आने की एवं बगैर चप्पल के आने की अनिवार्यता समाप्त की गयी
- किसी भी सहभोज, छट्टी, जन्मोत्सव, नारियल तोड़ाई, लग्न पूजा, सगाई, वधु प्रवेश में मांसाहार निषिद्ध
- अगर कोई भी मांसाहार भोजन आयोजित करे तो उस कार्यक्रम का सामूहिक वहिष्कार करने एवं 11000 अर्थ दंड करने का प्रस्ताव पास हुआ
इन सबके पीछे का आशय केवल इतना है कि भोज जैसे कार्यक्रमों में भोजन की बर्बादी न हो इस पर रोक लगाया जा सके। इसके अलावा शादी में जूता चोरी की प्रथा को कुरीति का दर्जा दिया गया है और इस पर तत्काल रोक का प्रस्ताव पास किया गया है।
विदित हो कि अखिल भारतीय अघरिया समाज केंद्रीय समिति रायगढ़ का मध्यावधि महासभा चंडी मां परिसर घुंचापाली बागबाहरा में 6 चौधरी, 18 नायक, 60 पटेल गोत्र के 36 क्षेत्र के हजारों सामाजिक लोगों की उपस्थिति में संपन्न हुई। कार्यक्रम का आरंभ में इष्टदेव श्री कृष्ण भगवान व माँ चंडी कलश यात्रा निकाली गई। तत्पश्चात दीप प्रज्वलन पूजा अर्चना कर शुभारम्भ किया गया।
स्वागत भाषण क्षेत्रीय अध्यक्ष शंकर लाल कौशिक ने 29 वीं मध्यावधि महासभा आयोजन की मेजबानी करने को सौभाग्य बताया। समाज के केंद्रीय अध्यक्ष अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी नियमो को कड़ाई से पालन हेतु सभी से अपील की एवं सभी क्षेत्रीय समिति के सभी पदाधिकारियों द्वारा सक्रियता पूर्वक कार्य करने की प्रशसा किये, केन्दीय कोषाध्यक्ष पुरुषोत्तम पटेल द्वारा आय व्यय का ब्यौरा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। केन्द्रीय सचिव दीनदयाल पटेल द्वारा विगत 3 वर्ष की सामाजिक क्रियाकलापों कार्यक्रमों अन्य गतिविधियों की जानकारी दी गई। केंद्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष भुवनेश्वर पटेल ने सामाजिक संविधान दिसंबर 2014 की संशोधित एवं पारित में समिति, संगठन, सदस्यता, संरचना, महासभा, निर्वाचन, आचार संहिता नियमावली की विस्तृत जानकारी का पाठन किये, केंद्रीय समिति की ओर से सभी स्वजाती बंधुओं को नियमावली की प्रति भेंट दी गयी, सभी क्षेत्रीय अध्यक्ष, आंचलिक अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों को स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया।
इन नियमों का हुआ संशोधन
महासभा में कई नियमों का संशोधन किया गया, जिसमें सदस्यता के लिए साधारण सदस्यता पारिवारिक वार्षिक 60 रुपये एवं संरक्षक सदस्य के लिए एक हजार रुपये को प्रस्ताव रखा गया। 2018 से सभी क्षेत्रों एवं केंद्र के सभी पदाधिकारियों का कार्यकाल एक बार का होगा अर्थात एक व्यक्ति एक पद एक कार्यकाल होगा। सामाजिक आचार संहिता नियमावली का शत प्रतिशत परिपालन की अपील की गई उल्लंघन पर अर्थदण्ड की बात कही गई।
दो बड़ा और दो जलेबी :
मृतक भोज एवं दशकर्म में सीमित भोज के लिए प्रोत्साहित की जाएगी दो पकवान में सिर्फ दो बड़ा दो जलेबी के अलावा और मीठा परोसना वर्जित करने सहमति बनी, उल्लंघन पर अर्थदण्ड का नियम बनाया गया। साथ ही भोजन उपरांत पत्तल उठाने की परंपरा को प्रोत्साहन के लिए सहमति बनी एवं स्वयं का झूठन पत्तल उठाना अनिवार्य किया गया। जूता चोरी प्रथा अनिवार्य रूप से बन्द करने पर सहमति बनी, लग्नपूजा एवं अंगूठी रश्म को एक ही दिन करने पर सहमति बनी, महिलाओं को सम्मान करने के उद्देश्य से नदी या तालाब से पानी नहावन में गीला कपड़ा पहन के आने की एवं बगैर चप्पल के आने की अनिवार्यता समाप्त की गयी।
मांसाहार आयोजन पर सख्ती
किसी भी सहभोज, छट्टी, जन्मोत्सव, नारियल तोड़ाई, लग्न पूजा, सगाई, वधु प्रवेश में मांसाहार निषिद्ध करने पर सहमति बनी अगर कोई भी मांसाहार भोजन आयोजित करे तो उस कार्यक्रम का सामूहिक वहिष्कार करने एवं 11000 अर्थ दंड करने का प्रस्ताव पास हुआ। सभी नियमो को कड़ाई से पालन हो इस कारण किसी भी कुरुति उन्मूलन के विषय में नियम के उलंघन करता को भारी भरकम अर्थदण्ड करने का प्रस्ताव पास हुआ।
ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम में संरक्षक रामानुज पटेल, केंद्रीय अध्यक्ष प्रेमशंकर पटेल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भुवनेश्वर पटेल, कोषाध्यक्ष पुरुषोत्तम पटेल, महासचिव चितरंजन पटेल, सचिव दीनदयाल पटेल, प्रवक्ता नरेश्वर पटेल, संगठन सचिव सेत राम पटेल, महिला संयोजिका गेसमोती पटेल, युवा संयोजक अविनाश पटेल, बालक राम पटेल, पूर्व विधायक त्रिलोचन पटेल, डॉ. योगेश पटेल, द्वारिका पटेल, लक्ष्मन पटेल, दिनेश चौधरी, रामकुमार नायक, खेमराज पटेल, लक्ष्मण पटेल, गजेंद्र चौधरी, डिगरो पटेल, बीआर पटेल, नेहरू पटेल, बागबाहरा अध्यक्ष शंकर लाल कौशिक, हीरा पटेल, सादराम पटेल, पुनीत राम नायक, अम्बु पटेल, महेंद्र नायक सहित बड़ी संंख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।